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शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

Computer Network Tutorial कम्प्यूटर नेटवर्क क्या है

कम्प्यूटर नेटवर्क का परिचय (Introduction of Computer network)
https://www.computerknowledge.online/
कम्प्यूटर नेटवर्क को हम निम्न प्रकार परिभाषित कर सकते है कम्प्यूटरो का ऐसा समूह जिसमे कम्प्यूटर एक दूसरे से जुड़े हो कम्प्यूटर नेटवर्क (Computer Network)कहलाते है। अर्थात 
"An interconnected collection of autonomous computers'
दो कम्प्यूटर के एक दूसरे से जुड़े होने का अर्थ हैं की वे आपस में कम्यूनिकेट कर सकते है अर्थात सूचना का आदान प्रदान कर सकते है उपरोक्त परिभाषा में कम्प्यूटर के स्वत्रंत होने पर जोर दिया जाता है एक स्वत्रंत कम्पूयटर वह है जिसे कोई दूसरा कम्प्यूटर स्टार्ट स्टॉप  या कंट्रोल नहीं करता। 
कम्प्यूटर नेटवर्क में कम्प्यूटरो के साथ साथ अन्य पेरिफेरल डिवाइसेस भी जुडी हो सकती है जैसी किम प्रिंटर प्लॉटर etc.
कम्प्यूटर नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य डाटा कम्यूनिकेशन व साधनो को मिलकर काम लेना है। 


कम्प्यूटर नेटवर्क के लाभ एव आवश्यकताये 
(Advantages and Necessities of computer Network)

1. डाटा के इलेक्ट्रॉनिक रूप में आदान प्रदान से कार्यप्रणाली में तीव्रता आती है और समय की बचत होती है। 

2.  हार्डवेयर उपकरणों का अनेक कम्पूटरो दवरा सम्मलित रूप से उपयोग होता है इसलिए कम्प्यूटीकरण में लागत काम लगती है। 

3. एक डाटा सूचना को अनेक व्यक्ति एक बार में प्राप्त कर सकते है जिससे डाटा व सूचना को परस्पर आदान प्रदान करने की आवश्यकता नहीं रहती है। 

4. एक उपयोगकर्ता (User) सभी महंगे साधनो को खरीदने में सक्षम नहीं हो सकता परन्तु वह नेटवर्क की सहायता से किसी भी प्रकार के साधनो का आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकता है उपयोगकर्ता बहुत कम लागत  में ही अपना काम चला सकता है। 


नेटवर्क की आवश्यकताए एव अनुप्रयोग 
(Necessities and Application of Network )

आज के युग में नेटवर्किंग का बहुत योगदान है जैसे निचे कुछ Example दिय गए है जो नेटवर्किंग के बिना सम्भव नहीं है। जैसे -

1. दूर स्थित डाटाबेसों को एक्सेस करना (Accessing Remote Databases)
एक यूजर को अपने कम्प्यूटर के माध्यम से नेटवर्क से जुड़े हुए कम्प्यूटरो पर उपलब्ध किसी भी डाटाबेस को एक्सेस कर सकत है। 
2. फैक्स (Fax)
                         यदि हमारे कम्प्यूटर  फैक्स /मॉडम अडैप्टर कार्ड स्थापित (Installed) हो तो आप नेटवर्क जुड़े किसी भी कम्प्यूटर  पर फैक्स भेज सकते है इसके लिए भेजने व प्राप्त करने वाले कम्प्यूटरो पर फैक्स सॉफ्टवेयर होना चाहिए। 
3. इलेक्ट्रॉनिक मेल (E-mail) 
                                                ई -मेल के द्वारा हम किसी भी व्यक्ति को हम ई मेल के माध्यम से कोई भी डॉक्यूमेंट (Document) भेज सकते है। 
ई मेल एक ऐसा माध्यम है जिससे हम किसी को हम अपनी फोटो या डॉक्यूमेंट भेज सकते है। यह कम्युनिकेशन  अन्य किसी भी प्रकार के कम्युनिकेशन की तुलना में सस्ता पड़ता है। 
4. बैंकिंग (Banking)
                                   यूजर ATM की सहायता से देश में किसी भी स्थान अपने बैंक खाते में लेन देन कर सकते है यदि वे नेटवर्क से जुड़े हो। 







































बुधवार, 20 नवंबर 2019

Shortcut Key MS Word

एम. एस. वर्ड शॉर्टकट कीज 
(MS Word Shortcut Key)



शॉर्टकट कीज (Shortcut Key)
                                                 की -बोर्ड द्वारा मेनू (menu) बार के विभिन्न विकल्पों का प्रयोग करने हेतु शॉर्टकट कीज -

1. Office Button (Alt+F)

(a) Ctrl + N              :           नई फाइल बनाने के लिए।  
(b) Ctrl + O              :           पूर्व में बनी फाइल को खोलने के लिए 
(c) Ctrl + W              :           फाइल को Close करने के लिए 
(d) Ctrl + S               :           फाइल को Save करने के लिए 
(e) Alt + F + A          :           फिलर को दो या दो से अधिक नाम से Save करने के लिए 
(f) Ctrl + P                :           फाइल को प्रिंट करने के लिए 


2. Edit 

 (a) Ctrl + Z             :                   (Undo) परिवर्तन को पुनः उसी स्थिति में लाने के लिए।
(b) Ctrl + Y              :                   (Redo) जो परिवर्तन Undo के द्वारा किए गए है उन्हें वापस लाने लिए।
(c) Ctrl + X              :                   (Cut) चुने गए मैटर को Cut करने के लिए।
(d) Ctrl + C              :                   (Copy) चुने गए मैटर को Copy करने के लिए।
(e) Ctrl + V               :                   (Paste) Copy या Cute किए गए मैटर को Paste करने के लिए।
(f) Ctrl + A                :                   (Select All) फाइल में टाइप किए गए  साथ सेलेक्ट करने के लिए।
(g) Ctrl + F                :                   (Find) फाइल में टाइप किय गए मैटर में से किसी शब्द को ढूढ़ने के लिए।
(h) Ctrl + H               :                   (Find and Replace) फाइल में किसी भी शब्द को ढूढ़ने उसे बदलने के लिए।


3. View

(a) Alt + Ctrl + O      :                  फाइल को Outline View में देखने के लिए।
(b) Alt + V+ Z           :                  पेज को Zoom करके  लिए
(c) Alt + V+ U           :                  फाइल की सामग्री को पूरी स्क्रीन पर देखने के लिए।
(d) Alt + V + M         :                  फाइल के पेज में Top Side में हैडर तथा  पेज में Button Side में फुटर के                                                         लिए।
(e) Alt + V + R          :                  रूलर को on/of करने के लिए।
(f) Alt + Ctrl + N       :                  डॉक्यूमेंट को Draft View में देखने के  लिए ।


4. Insert

(a) Alt + I+ B          :             फाइल में पेज तथा कालम को ब्रेक करने के लिए। 
(b) Alt + I+ U          :             फाइल में पेज के नंबर को प्रदर्शित करने के लिए। 
(c) Alt + I + T          :             फाइल में तिथि और समय देने के लिए। 
(d) Alt + I + F          :             गणितिय कार्य करने के लिए। 
(e) Alt + I + S          :             फाइल में प्रतिक  लेने के लिए। 


5. फंक्शन कीज (Function Keys)
1. F1       :           Help 
2. F2       :           Move Text or Graphics
3. F3       :          Insert an Autotext Entry
4. F4       :           Repeat Last Action 
5. F5       :           Go To Command 
6. F6       :           Go TO Next Pane Frame
7. F7       :           Choose Spelling Command 
8.F8        :           Extented a Selection
9.F9        :           Update Selected Fields 
10. F10   :            Activate the Menu Bar 
11. F11   :            Go To Next Field
12F12     :          Save As



6. एम. एस. वर्ड में सामान्य कार्य हेतु प्रयोग की जाने वाली शॉर्टकट कीज (Shortcut Keys Used For Common Word in MS Word)

(a) Ctrl + B                  :           Bold करने के लिए।
(b) Ctrl + I                   :           Italic करने के लिए।
(c)Ctrl + U                   :           Under Line करने के लिए।
(d) Ctrl + shift + <       :           Font Size घटाने के लिए।
(e) Ctrl + shift + >       :           Font Size बढ़ाने के लिए।
(f) Ctrl + Spacebar      :           पैराग्राफ एव कैरेक्टर फॉर्मेटिंग को हटाने के लिए।
(g) Ctrl + 1                  :            Single Space लाइन।
(h) Ctrl + 2                  :            Double Space लाइन।
(i) Ctrl + E                  :            पैराग्राफ को Center में लाने के लिए।
(j) Ctrl + J                   :            पैराग्राफ को Justify Align करने के लिए।
(k) Ctrl +                     :           पैराग्राफ को Left Align करने के लिए।
(l) Ctrl + R                  :            पैराग्राफ को Right Align करने के लिए।



























सोमवार, 18 नवंबर 2019

What is Operating System

ऑपरेटिंग सिस्टम का परिचय (Introduction of Operating System)

ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोग्रामो का समूह है जो कम्प्यूटर के समस्त संसाधनों व समस्त कार्यो  संचालित करता है यह एक मास्टर कंट्रोल प्रोग्राम है जो कम्प्यूटर के सभी भागो पर निंयत्रण रखता है ।

ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य उदेद्श्य कम्प्यूटर सिस्टम की कार्यकुशलता को बढ़ाने तथा सुभीधायो को बढ़ाना है तथा कम्प्यूटर के उपयोग को सरल बनाना है । ऑपरेटिंग सिस्टम के विभिन्न नाम दिए गए है जो इसके कार्य को इंगित  जैसे - मानीटर , सुपरवाइज़र , कन्ट्रोलर , मास्टर कन्ट्रोल प्रोग्राम ।

यह एक ऐसा सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो मनुष्य एव एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के मध्य संवाद कराता है ।

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य (Functions of Operating System)

1. प्रोसेसर मैनेजमेंट (Processor Management)- यह कम्प्यूटर द्वारा किये जाने वाले अलग अलग कार्यो को प्रोसेसर को करने के लिए नियुक्त करता है ।

2 . मेमोरी मैनेजमेंट (Memory Management)-  यह सिस्टम प्रोग्रामो यूजर के प्रोग्रामो को मेमोरी का आवंटन करता है ।

3 . इनपुट /आउटपुट मैनेजमेंट (Input/Output Management)- जब एक या एक से अधिक प्रोग्रामो का निष्पादन किया जाता है तो विभिन्न इनपुट /आउटपुट उपकरणों के मध्य सामंजस्य विठाने का कार्य करता है ।

4. फाइल मैनेजमेंट    (File Management)- यह विभिन्न फाइलों को विभिन्न संग्रहण इकाइओ में संग्रह करने के निर्देश प्रदान करात है तथा फाइलों को संग्रहण उपकरणों  उपकरणों में स्थान्तरित करने का कार्य भी करता है ।

5. संचार (Communication)- ऑपरेटिंग सिस्टम कम्प्यूटर सिस्टम ओ यूजर के मध्य संचार करने में सहायता प्रदान करता है ।

                                            

प्रयोग किये जाने वाले लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम (Popular Operating System in Use)

वर्तमान में कई तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार में उपलब्ध है कुछ लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम निम्न प्रकार है -

1. Microsoft Windows 7

2. Windows 8

3. Ubuntu

4. Windows XP Professional 

5. Macintosh OSX

6. Windows 8.1

7. Linux Minit 

8. Android

9. Fedora

10.Windows XP

11. Red Hat Linux

12. iOS 7

13. Unix

14. Solaris

15. openSUSE

विण्डोज ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows Operating System)

विंडोज का विकास (Evolution of Windows)
                                                                       विण्डोज किसी पर्सनल कम्प्यूटर (PC) के लिए माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के द्वारा विकसित सर्वाधिक प्रयोग किये जाने वाला सिस्टम है आरम्भ में आए विण्डोज के सभी संस्करण एप्लीकेशन पैकेज थे जिन्हे क्रियान्वित होने के लिए डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता थी ।
जैसे - विण्डोज 3.0, GUI, (Graphical User Interface) पर आधारित एक एप्लीकेशन प्रोग्राम था जिसे क्रियान्वित करने के लिए DOS की आवश्यकता थी ।
                              
        माइक्रोसॉफ्ट ने विण्डोज 3.0 के बाद 1995 में विण्डोज को एक सम्पूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में विकसित किया और इसका नाम उन्होंने विण्डोज 95 रखा । इसके बाद यूजर की आवश्यकताओ को देखते हुए । 1998 में विण्डोज 98 का नया संस्करण बाजार में आया समय की आवश्यकतानुसार इसमें अलग -अलग परिवर्तन किये गए और विण्डोज 2000 , विण्डोज XP, विण्डोज विस्टा , विण्डोज 7 एव विण्डोज 8 , बाजार में आए ।








शनिवार, 16 नवंबर 2019

what is hardware and software

कम्प्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware):-
                                                                         कम्प्यूटर के वे भाग जिन्हे देखा एव छुआ जा सकता है कम्प्यूटर हार्डवेयर कहलाते है।
इनमे मुख्य रूप से कम्प्यूटर से वैधुत यांत्रिक इलेक्ट्रॉनिक भाग आते है ।
कम्प्यूटर के इनपुट (की-बोर्ड , माउस )तथा आउटपुट युक्तियाँ (प्रिंटर ) कम्प्यूटर हार्डवेयर(Computer Hardware)में ही आते है 

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर (Computer Software):-
                                                                          बिना सॉफ्टवेयर के कम्प्यूटर एक मृत (Dead) मशीन है कम्प्यूटर से कोई कार्य करवाने के लिए हमें आदेश देने पड़ते है । आदेशों समूह को प्रोग्राम कहते है एक निश्चित कार्य के लिए एक निश्चित प्रोग्राम बनाया जाता है या कोई प्रोग्रम मिलकर एक कार्य को सम्पादित करते है प्रोग्राम का यह समूह सॉफ्टवेयर (Software) कहलाता है ।
इसलिए शब्द सॉफ्टवेयर का अर्थ है -प्रोग्राम का समूह कार्य प्रणाली तथा अन्य प्रलेख (Document) जैसे फ्लोचार्ट मेनुअल आदि का सम्मिलित रूप ।
अतः हम कह सकते है कि कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्रामो का समूह होता है जैसे जिसका कार्य कम्प्यूटर हार्डवेयर की क्षमताओ का उपयोग करना होता है ।


कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते है -


1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) :-
                                                                            एक या एक से अधिक प्रोग्रामो का समूह जो कम्प्यूटर की क्रियाओ को नियंत्रित करते है सिस्टम सॉफ्टवेयर कहलाते है । यह प्रोग्राम किसी निश्चित समस्या के समाधान
के लिए नहीं  होते है  यह प्रयोगकर्ता के कम्प्यूटर पर कार्य करने के लिए सहायक होते है सिस्टम सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पर भी नियत्रण रखते है अतः सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) का आधार होता है जैसे 
विण्डोज ऑपेरटरिंग सिस्टम (Windows operating System) से बूट होने के बाद ऍम एस ऑफिस (MS-Office) प्रोग्राम को रन कर सकते है यहां विंडोज सिस्टम सॉफ्टवेयर है एव एम एस ऑफिस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है ।

सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण निम्न है -

  • ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System)
  • लैंग्वेज प्रोसेसर (Language Processor)
  • ट्रांसलेटर प्रोग्राम्स (Translator Programs) etc.
2.एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software):-
                                                                                  यह एक या एक से अधिक प्रोग्रामो का समूह है जिसे किसी विशेष अनुप्रोग (Application)  को हल करने के लिए बनाया जाता है इनका कार्य निश्चित होता है 
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर अनेक प्रोग्रामो का समूह होता है इशलिये इसे एप्लीकेशन पैकेज कहते है 
ये सॉफ्टवेयर निम्न प्रकार के होते है -
  • वर्ड प्रोसेसिंग के लिए (M.S. Word, Word Star )etc.
  • स्पेडशीट के  लिए  (Lotus1-2-3, Ms -Excel)etc.
  • डाटाबेस मेनेजमेंट सिस्टम के लिए (Dbase111, Foxpro.)etc.
  • प्रदर्शन के लिए (MS-Power Point)etc.
इन सॉफ्टवेयरों को अलग -अलग कार्यो में प्रयोग किया जाता है जैसे पत्र लेखन के लिए MS-Word, Word-Star सारणियां बनाने के लिए MS Excel, Lotus1-2-3,  डाटाबेस बनाने के लिए Dbase111, Foxpro, प्रस्तुतीकरण के लिए MS Power Point एव इसी प्रकार फोटो एडिटिंग करने के लिए Photo Shop आदि का प्रयोग किया जाता है 

3.यूटिलिटी सॉफ्टवेयर (Utility Software):-
                                                                         ये सामान्यतः एक ही कार्य करने वाले छोटे स्तर पर बनाये गए प्रोग्राम होते है । ऐसे प्रोग्राम किसी छोटे कम्प्यूटर सेंटर पर ही तैयार किय जा सकते है जैसे - टेक्स कैलकुलेशन के लिए बनाया गया प्रोग्राम , डिस्क की मरम्मत के लिए Recovery Programs, Anti Virus Program आदि ।
इन सॉफ्टवेयर का कार्य बहुत ही सिमित होता है ।

कम्प्यूटर फर्मवेयर (Computer Firmware)

ऐसे सॉफ्टवेयर जो हार्डवेयर के रूप में रोम (ROM) में संग्रहित (Store) किये जाते है फर्मवेयर कहलाते है जैसे BIOS (Basic Input output System) प्रोग्राम , यह प्रोग्राम कम्प्यूटर बूटिंग में सहायक होते है 


 



  










    



सोमवार, 11 नवंबर 2019

कम्प्यूटर के प्रयोग applications of computer

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग (APPLICATIONS OF COMPUTER):- 
                                                                          
कम्प्यूटर का प्रयोग निम्न क्षेत्रो में किये जा रहे है -
1.  शिक्षा में (Education) :- कम्प्यूटर का शिक्षा बहुत योगदान है विध्यालयो छोटी कछाओ से ही छात्रों  कम्प्यूटर का ज्ञान दिया जाने लगा है बड़ी कछाओ के छात्र कम्प्यूटर का उपयोग करके विभिन्न विषय (Subject) पढ़ सकते है और अपनी समस्याओ का हल कम्प्यूटर से पा सकते है 

2.  इंटरनेट में (Internet):- 
                                      कम्प्यूटर का वर्तमान में संचार व्यवस्था में भी उपयोग किया जा रहा है इंटरनेट का उपयोग कर किसी भी विषय (Subject) से संबंधित सूचना को खोजा जा सकता है 
ई-मेल (E-mail) के द्वारा पत्रों को एक कम्प्यूटर से विश्व के किसी भी दूसरे कम्प्यूटर पर भेजा जा सकता है कम्प्यूटर वेब पेज तैयार करके तथा इनमे विभिन्न सूचना प्रदान करके इंटरनेट दवरा प्रसारित कर दिए जाते है 
3. बैंक में (Bank):-
                            बैंको में हो रहे सभी वित्तीय लेन देन की गणना व उसके ब्याज की णनाए आदि कम्प्यूटर द्वारा की है बैंक के सभी वित्तीय रिकॉर्ड कम्प्यूटर की संग्रह इकाई (मेमोरी) में सुरक्षित रखे जाते है ATM के माध्यम से खाताधारी अकाउंट (Account) की जानकारी व पैसो लेन देन किसी भी शहर में रहकर कर सकता है 

कम्प्यूटर की सीमाए (Limitations of Computer)

1. कम्प्यूटर में स्वयं में सोचने व समझने की छमता नहीं होती हैं वह केवल दिय गए निर्देशों पर कार्य करता है यदि दिए गए निर्देश सही है तो परिणाम सही मिलते है अन्यथा नहीं 

2. यदि किसी विषय पर चर्चा करनी हो तो इस स्थिति में कम्प्यूटर कार्य नहीं करते जैसे मानव अपनी कल्पना शक्ति का उपयोग करते है

3. कम्प्यूटर पर प्रोग्रामिंग करना कठिन कार्य है प्रोग्रामिंग के लिए एक अच्छे ज्ञाता  होना आवश्यक होता है 

4.  समय के साथ बैंको में कम्प्यूटर द्वारा धोखाधड़ी की घटनाए भी सामने आने लगी है 

5. जब कम्प्यूटर में डाटा व महत्वपूर्ण सूचनाय संग्रहित की जाती है तो उनकी सुरछा की आवश्यकता पड़ती है अन्यथा कम्प्यूटर वायरस द्वारा किसी भी छड़ हम महत्वपूर्ण सूचनाओ को खो सकते है 


 
                             
                     










शनिवार, 9 नवंबर 2019

WHAT IS COMPUTER

कम्प्यूटर एक परिचय (Computer in Introduction):-


कम्प्यूटर एक त्रिव गति और शत प्रतिशत सही परिणाम
देने वाली इलेक्ट्रॉनिक मशीन है , जो संग्रह किये गए डाटा के आधार पर यूजर (User) से प्राप्त डाटा की बीजगणितीय  एव तार्किक क्रिया कर आउटपुट (Output)
प्रदान करती है l  
(a computer is an electronic machine which receives data from user and after performing arithmetic and logical calculations it gives result to the user as user wants.)

कम्प्यूटर का इतिहास (HISTORY OF COMPUTER):-
                                                                                    कम्प्यूटर का इतिहास कई वर्षो पुराना है मूल रूप से कम्प्यूटर का विकास गणितीय गणनाओ को आसानी से करने के लिए किया गया था आज कम्प्यूटर का प्रयोग गणितीय गणनाओ के अलावा विभिन्न कार्यो में भी किया जाता है I